पच्चीस की उम्र में अपने ही सपनों की दुनिया में खोयी रहने वाली मैं अपनी हमउम्र लड़कियों से कुछ ज्यादा ... पच्चीस की उम्र में अपने ही सपनों की दुनिया में खोयी रहने वाली मैं अपनी हमउम्र लड़...
लेकिन फिर भी मैं खामोश होकर जोर-जोर से चीखना चाहती हूं और अपने अन्दर के गुस्से को बाहर लेकिन फिर भी मैं खामोश होकर जोर-जोर से चीखना चाहती हूं और अपने अन्दर के गुस्से क...
माँ तुमपे क्या लिखूँ? ईश्वर का रूप देखा नहीं लेकिन तू नज़र आती हैं। मेरी पूजा में सबसे पहले माँ ही पू... माँ तुमपे क्या लिखूँ? ईश्वर का रूप देखा नहीं लेकिन तू नज़र आती हैं। मेरी पूजा में...
वो दरवाज़े पर खड़ी होकर विमला मौसी के आने का इंतजर करने लगी। वो दरवाज़े पर खड़ी होकर विमला मौसी के आने का इंतजर करने लगी।
किरन खुशी से फूला नहीं समा रहा था । किरन खुशी से फूला नहीं समा रहा था ।
एक छोटे से शहर के किनारे एक शांत जगह पर एक बरगद का पेड़ हुआ करता था। वो बस पेड़ मात्र ह एक छोटे से शहर के किनारे एक शांत जगह पर एक बरगद का पेड़ हुआ करता था। वो बस पेड़ ...